| 1. | राजस्थानी पत्रिका पारस मणि के कवर पेज पर
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| 2. | टाबरां री राजस्थानी तिमाही पत्रिका “ पारस मणि ”
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| 3. | ' पारस मणि हैं कथक नृत्याचार्य पं.
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| 4. | पारस मणि के कवर पेज पर
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| 5. | टाबरां री राजस्थानी तिमाही पत्रिका “ पारस मणि ” प्रथम अंक
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| 6. | और पारस मणि को जमुनाजी में डाल दिया और वापस चले आए।
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| 7. | हमें भी आदर्शों के पारस मणि से लिपट कर खरा सोना बनना है।
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| 8. | भाषा का पारस मणि! मैँ एक दिन के उपयोग से ही कृतकृत्य हो गया.
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| 9. | जिस प्रकार पारस मणि के स्पर्श से लोहे के टुकड़ों का ढेर भी सोना हो जाता है ।।
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| 10. | हमारा संविधान पारस मणि की तरह समदर्शी है, उसे पूजा के लोहे और बधिक के लोहे में कोई भेद नहीं है।
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